गुरुवार, 8 अक्तूबर 2009

कोई एक भाषा तो हो जिससे हमारी दुनिया मे एकता जाहिर हो.

हम सब से ऊपर उठ कर देखे तो कुछ याद रखे।
  1. हम इंसान है जो भी हमारे सामने है इंसान है।
  2. हम इंसान को परेशान ना करे।
  3. सब के लिए है। दुनिया
  4. भाषा लोगो को अलग -अलग करती है। भाषा ही एक करती है।
  5. हम जीने के लिए दुनिया मे आए है। और कोई हमें काम नही है क्या।
  6. हमें सारी दुनिया एक करनी है।
  7. हमारी आयु ६०-८५ बरस है। समय कम है।
  8. तुम्हे पता है तुम्हारे जाने के बाद क्या होगा कुछ निश्चित है क्या।
  9. बस तुम देखते जाओ जब तक तुम हो जिन्दा दुनिया तुम्हारी है।
  10. जियो और जीने दो बरना जीना भी नसीब मे ना होगा ना ही मरना।
  11. हमारा काम है जो प्रकृति ने निर्धारित किया है। मरने से पहले एक संतान दे कर जाओ।
  12. प्रकृति के खिलाफ जाने से दुःख तुम्हे ही होगा।
  13. भाषा एक होती तो हम दुनिया के लोग आपस मे बातें करते और एक हो जाते।
  14. नेता क्या निर्धारित करता है कुछ लोगो ने कुछ नियम बनाकर सब पर हुकूमत करते है।
  15. भगवन का नियम चलना चाहिए।
  16. किसी के पास खूब है। तो कोई भूखा , बिना छत के, कोई किसी को देखता है रो देता है कोई हंसकर चल देता है।
  17. श्रेढी अलग -अलग हम इंसानों के बीच मे है। इसे ख़त्म करना होगा। शारीरिक श्रम के आधार पर श्रमदान देना होगा।
  18. हम इंसान है, हम एक है, कोई आमर अजय नही है,
    जब सब एक दुसरे का ध्यान रखो।