रविवार, 2 फ़रवरी 2014

स्कूल से देश बनेगा एक ! एक जैसे सारे स्कूल

स्कूल से इंसान बनता है भारत में जब शिक्षा एक नही होगी तो देश कैसे एक होगा।
शिक्षा पाने में अंतर क्यों रखा गया है।
कुछ स्कूल तो ऐसे जिनमे राजाओ के बच्चे पढ़ते है। कुछ ऐसे जिनमे बैठने की जगह तक नहीं।
इसी बजह से अंतर है। स्कूल एक हो एक ही पोशाक एक ही पढाई एकसा माहोल मिले मेरे शहर के उन स्कूलों को बंद करो जो सरकारी नही है या सारे स्कूल एक जैसे बनाओ। सामाज बही से बाटता है।

कमिशनर कलेक्टर के बच्चे बच्चे है रिक्से बाले का गरीब का बच्चा जानबर

इन बच्चो के माँ बाप नही होंगे या होंगे तो मजबूर महंगी शिक्षा की बजह और इसमें फैले अंतर से।

सम्बिधान के अनुसार सभी को सामान अधिकार मतलब एक जैसा स्कूल एक पढाई बाकि सभी स्कूलों की मान्यता रद कर दो।

सरकारी स्कूलों में पढ़े बच्चो को ही सरकारी नोकरी।

बोर्डिंग महलो बाले स्कूल बंद करदो एक बर्ष के बाद कोई ऐसे स्कूलों में दाखिला ना ले शुरुआत एक राज्य से करो।

जनता बिना किसी दल का नाम लिए सडको पर निकले

स्कूल में भोजन भी मिलेगा केवल लंच टाइम में अमीर और गरीब सारे बच्चे एक साथ- बैठेंगे खाने।

अपार्टमेंट नहीं बिल्डिंग नहीं स्कूल बनाओ और मान्यता सरकारी अच्छे टीचर रखो
एक प्रार्थना एक भारत एक कर्म करो बस एक कर्म व् कोई एक गान राष्ट्र गान

केजरिबाल जी को यह बोलना चाहिए।

भाइयो इस काम को कानून में लाना पड़ेगा पुरानी पार्टियाँ तो कभी यह काम करेंगी नहीं।
इसके लिए एक मंत्र है एक तंत्र है ईमानदार ही इस काम को कर सकता है अच्छे स्कूल पर एक जैसे एक ही रंग की दीवाल और कोई मंदिर नहीं होगा इन स्कूलों में सुविधा एक जैसी होगी कोई धार्मिक पुस्तक नहीं रखी जायेगी स्कूल में। नही तो इसी पर विवाद होगा।

जो टीचर प्राइवेट में पढ़ा रहे थे उन्हें सरकारी नोकरी मिल जाएगी उनका वेतन और सरकारी स्कूल के टीचरों का वेतन एक जैसा होगा। वेतन का विषय कोई बड़ी बात नहीं देश विकास में जो टीचर अच्छा होगा यह बच्चे बताएँगे वोटिंग के माध्यम से उस टीचर का वेतन कोई बात नहीं होगी ।

कोई भी बच्चा उसकी इच्छा से किसी भी स्कूल में जा सकेगा। जहाँ उसका मन करेगा वह वही पर पढाई करेगा। उससे कोई सबाल नही पूछा जायेगा।

जो में कहना चाहता हूँ शायद अभी पूरे भारत में करना मुश्किल हो पर।

एक राज्य में करना असम्भव या नामुनकिन नही है 

जब एक गरीब बच्चा एक अमीर के बच्चे के पास बैठेगा तो राजनीती खुद सुधर जाएगी 

नेता कभी नही चाहेगा की उसका बच्चा कुछ गलत सीखे ***वह फिर बर्दास्त नही करेंगे।

तो वह पुलिस को भी बोलेंगे गे की उन सभी जगह जहा पर लोग रहते है खुले आम शराब नहीं बिकेगी। फिर सब खुद ठीक होने लगेगा।


कुछ बच्चे जो अनाथ है स्कूल में ही रहेंगे और जिनके पास घर नहीं स्कूल में ही रहेंगे 


सरकारी स्कूलों को फंड कहाँ से मिलेगा-


1-शिक्षा कर बढ़ा दिया जाये जो लोग 20%आय कर के दायरे में आते है।

2-जो स्कूलों को रुपया देते थे डोनेशन के रूप में वो अब सरकारी स्कूल कोष में जमा करेंगे उन्हें टेक्स फ्री किया जायेगा।

3-जिनकी क्षमता फीस देने की थी उन्हें कहा जायेगा की आप सब लोग भी सरकारी स्कूल कोष में जमा करे।

4-पारदर्शिता के लिए स्कूल नहीं सरकार जिम्मेदार होगी।

5-वैज्ञानिक बच्चो को प्रोत्साहित करेंगे।

6-बच्चे सीधे उनके सबाल सरकार टीचर वैज्ञानिक से पूछ सकते है। स्कूल इंट्रा नेट के माध्यम से।

मेरा प्यारा स्कूल *** मेरी सरकार !

सरकारी स्कूल जनता का टेक्स हर बच्चे का स्कूल!

(6-14) तक के बच्चो का स्कूल


**स्कूल में एक डॉक्टर हर समय रहेगा।

**6वर्ष से पहले स्कूल में प्रवेश नही।


1-खेल का मैदान हो 200-500मीटर डायमीटर का सुबह सब खेलेंगे शाम को भी खेलेंगे।

2-नहाने के लिए पूल 100x100 मीटर

3-फ़िल्टर बाला पानी पीने बाला।

4-लेट्रिन व् बाथरूम प्रति 50 बच्चो के बीच में एक-एक।

5-लाइब्रेरी पुस्तको की बैठ कर पढने की जगह भी हो।

6-क्लास रूम में ही स्कूल के बैग लाकर सुविधा के साथ बैठने की सुविधा और दीवाल के बराबर का ब्लैकवोर्ड और वाइटवोर्ड।

7- ब्लैकवोर्ड पर चोक से और वाइटवोर्ड पैन से व् प्रोजेक्टर से पढाई हो सकती है।

8-बच्चो को स्कूल खाली हाथ आना होगा खाली हाथ जाना होगा - बिना टिफिन बिना बैग पुस्तक इत्यादि के।

स्कूल युनिफोर्म भी उन्हें स्कूल से ही दी जाएगी।

9-स्कूल में ही नहाएँगे स्कूल यूनिफार्म पहनेंगे और फिर क्लास रूम में पढने जायेंगे उनके बैग उन्हें वही मिलेंगे उनकी बैंच पर।

10- लंच टाइम में खायेंगे सब एक साथ बैठ कर इसके बाद क्लास रूम में जायेंगे।

11-शाम को खेल के मैदान में खेलने बाद सब खुद को साफ करके या नहा कर उनके स्वयं के कपडे पहन कर छुट्टी।


स्कूल में बाहरी बच्चा न आए सिक्योरिटी ।

*** सुबह 6 से शाम 6 बजे के तक बच्चा स्कूल में था और टीचर भी थे इसके लिए सुबह और शाम की फिंगर प्रिंट एंड id ऑटो इंट्री मिला ने के बाद ही एक दिन की अटेंडेंस होगी।