बुधवार, 28 दिसंबर 2011

Make the jan-locpal

जिस बिल पर चर्चा हो रही है उसे एक दिन पहले न्यूज पेपर पर छापना चाहिए जनता को पता ही नहीं चलता की किसपर आप संसोधन ला रहे है . किसी भी साईट पर आप का बिल मोजूद नहीं है या है तो उसकी सत्यता नहीं है स्टेम्प नहीं है उसपर , किस तरह का लोकतंत्र है
१२२ करोड़ के लिए जो नियम ला रहे हो या संबिधान संसोधन कर रहे हो, केवल ४००-५०० लोग ही संसद में मंजूर है या नहीं कह रहे है,
संवैधानिक दर्जा दो तिहाई वोट पर मिलता है किसी भी बिल को जो नहीं मिला,
  • सूचना का अधिकार जब तक की पता चलेगा तब तक संसोधन हो चुका रहता है
  • अनपढ़ जनता को सोने दो कानून पर कानून लाते जाओ, जिसमे जनता खुद
  • जब संबिधान में हर भाषा को जगह मिली है तो उस भाषा में सुचना जनता को क्यों नहीं दी जाती,