मंगलवार, 5 अप्रैल 2011

क्रिकेट और चुनाव राजनीती

क्रिकेट और चुनाव राजनीती 

२०११ क्रिकेट वर्ल्ड कप में सुखी और संपन क्रिकेटरों को और दिया क्या जो भी धन, रुपया, रेलवे पास दिया उन मंत्रियो नेताओ का था?
 नहीं बिलकुल नहीं यह जनता का टेक्स रुपी धन या रुपया था जो की उस मंत्री ने अपनी देश की या राज्य की जनता को दिखने के लिए दिया है. ताकि उन्हे पता चले की हम भी आप की तरह देश से प्यार करते है और हमारे हाथ में इतनी शक्ति है. की हम आपको चाहे जहा की जमीन दे सकते है.
क्या उस पैसे से किसी को रोजगार नहीं दिया जा सकता था. हा वो कोन देखता है यह सब लोग देख रहे है मोका है लोगो का मन जीतलो.
पुरस्कार का कोई नियम है या नहीं है?

Jan-Lokpaal Bill-part1

  1. किसी बिल से कोई भ्रस्टाचार नहीं रुकेगा, क्यों की हर विभाग जिसे जो काम करने के लिए बनाया जाता रहा है वह खुद भ्रस्टाचार में डूब जाता है 
  2. सुको (सुप्रीम कोर्ट),हाइकोर्ट,सेशन कोर्ट, के जज भी बिक जाते है.खरीदने बाला उन्हे भी खरीद लेता है. 
  3. देश का सबसे बड़ा रोजगार,आय,साधन,और सबसे बड़ी सरकारी कंपनी संगठन रेलवे में भ्रस्टाचार गले से ऊपर है. 
  4. भ्रस्टाचार नियंत्रण विभाग के ही लोग, आधिकारी, खुद उच्च आधिकारियो को उनके खिलाप जिसने शिकायत की है उसका नाम बता देते है. तो कैसे सीबीआई या इस जैसे किसी भ्रस्टाचार नियंत्रण विभाग जो हर जगह होता है जिन्हे इसी उद्देश्य को लेकर बनाया गया था की, भ्रस्टाचार काम होगा तो नया लोकपाल बिल जिसमे सीबीआई व भ्रस्टाचार नियंत्रण विभाग के आधिकारी मिलकर शिकायतों को सुनेंगे .
  5. हां ये जरुर होगा की कोई शिकायत ही नहीं करेगा और भ्रस्टाचार का किसी को अंदाजा ही नहीं लग पायेगा की कब हमारे ही कानून बनाने बालो ने खुद ये दिन ला दिए की हम फिर से अपने ही देश में गुलाम है और भ्रस्टाचार तो दूर करना बहुत दूर की बात हो जायेगी.