रविवार, 2 मार्च 2014

UIDAI पर प्रशन चिन्ह !

UIDAI (unique identification authority of India)-
सुरक्षा का आधार बायोमेट्रिक डाटा(हथेली का निशान,आखो की पुतली की फोटो) UIDAI नंबर को बैंक अकाउंट नंबर से लिंक करके सरकार सीधे नगद रुपया न देकर अब लाभार्थियों को उनके बैंक में डालेगी ऐसा इस लिए क्यों की 1-भ्रष्टाचार (लीकेज)2- उतपीड़न कष्ट 3-लाभ में देरी। जैसी समस्याओ और सही व्यक्ति की पहचान व् लेन-देन के सरकारी सिस्टम में पारदर्शिता आ सके जरुरी है।
***UIDAI पर प्रशन चिन्ह लगा हुआ***?

1-प्रत्येक व्यक्ति के पास हो UIDAI नंबर होना जरुरी है। वर्तमान में आज 56 करोड़ मात्र UIDAI बने है अभी पूरी भारत की जनसंख्या का 48% ही UIDAI बने हुए उनमे भी अभी त्रुटी सुधार कार्य चल रहा है।

2-प्रत्येक व्यक्ति के पास बैंक अकाउंट नंबर होना चाहिए जो नही है।

3-जिसके पास आधार नंबर नही तो बैंक अकाउंट नही खुलेगा रघुरमन RBI गवर्नर के निर्देश अभी आना बाँकी है अभी सबके पास UIDAI नंबर भी नही है।

4-बैंक एड्रेस प्रूफ (घर का पता) के रूप में UIDAI को नही मानता है ? क्योकि लोगो का पता बदलता रहता है किसी के पास खुद का घर ही नही। और भी करण है

5-बैंक KYC (Know Your Customer) फार्म भरने को बोलती है उसके साथ राशन कार्ड या बिजली बिल या वोटर आईडी लगाने को कहती है क्योकि यदि UIDAI में दिया गया एड्रेस मैच नही होता तो बैंक खाता नही खोलती है।

6- UIDAI बनते समय एड्रेस व्यक्ति का कुछ और था और KYC फार्म भरते समय कुछ और हो गया।

7-रिस्क मैनेजमेंट ,पेन्सन योजना, अंतोदय योजना, मनरेगा या नरेगा, जननी सुरक्षा (लाडली लक्ष्मी), सब्सिडी, आदि आदि का लाभ रुपया सीधे सरकार व्यक्ति के बैंक में इसी करण UIDAI बनाई है सरकार का कहना है।

8-बड़े उद्योग पतियों ने दुकानदारो ने जिनका विशाल बिजनेस है उन्होंने UIDAI नही बनाई transection पर टेक्स इसकी बजह या कुछ और है कितने नेताओ ने UIDAI बनबाई है।