उत्तराखंड में आई बाढ़ एक मिलिट्री रिसर्च थी जैसे की कुछ देश इस पर काम कर रहे है।
वह कभी किसी भी मोसम को बदल सकते है।
जिससे पता नहीं चले की किस देश ने यह मोसमी हमला किया जो की नेचुरल (प्राक्रतिक ) लगे।
जंगल में जाओ और उस पानी को खोजो जिस समय यह सब शुरू हुआ था।
उस वाटर की केमिकल चेक करो उसदेश का पता करो।
सब का मालिक एक है, हर जीव की मौत निश्चित है, कोशिश है की हम एक आजाद देश में आजादी से रह कर अपना सुखी पूर्वक जीवन बिताये. अपने समाज की कुरीतियों को दूर करे, इंसानियत समझे.
वह कभी किसी भी मोसम को बदल सकते है।
जिससे पता नहीं चले की किस देश ने यह मोसमी हमला किया जो की नेचुरल (प्राक्रतिक ) लगे।
जंगल में जाओ और उस पानी को खोजो जिस समय यह सब शुरू हुआ था।
उस वाटर की केमिकल चेक करो उसदेश का पता करो।
सब का मालिक एक है, हर जीव की मौत निश्चित है, कोशिश है की हम एक आजाद देश में आजादी से रह कर अपना सुखी पूर्वक जीवन बिताये. अपने समाज की कुरीतियों को दूर करे, इंसानियत समझे.