शुक्रवार, 7 मई 2010

सुभाषचन्द्रबोस की तरह देश को कोई नेता चाहिए.

आज देश में गरीब मेहनत से खाने के लिए दो वक्त की रोटी तो जुटा लेता है। मोबाइल भी रखता है। इलाज भी है पर दबा नही है। क्योकि बो बहुत महंगी है। सरकारी हॉस्पिटल में केवल सस्ती दबा ही सस्ता इलाज ही है। आजादी का मोल भूल कर पैसा कमाने में लगे है। ठीक है कानून अंधा।


  • बिना सरकारी नियम के मजदूरों ने भी आपनी वेतन बढ़ा लिया है।
  • दुकान बाले बिना बताये दाम बढ़ा देते है। आलग से अंकित मूल्य पर लेबल लगा देते है।
  • पेट्रोल पम्प में तेल काम मिलता है। क्यों की उनके कर्मचारियों का वेतन कम है।