मंगलवार, 27 मई 2014

U टर्न नही है I टर्न है आम आदमी पार्टी की जीत हाईकोर्ट से हुई

U टर्न नही है I टर्न है
आम आदमी पार्टी की जीत हाईकोर्ट से हुई।

पेशियों पर उपस्थित होते रहने के लिए
दो तरह से अदालते रिहा कर सकती है क्रिमनल आपराधिक मामलो में जब तक सिद्ध न हो की जो आरोप लगाये वे वेबुनियाद है।

1-सिक्यॉरिटी बॉन्ड (जमानत)
2-पर्सनल बॉन्ड(मुचलका)
दोनों पर छोड़ा जा सकता है।

अरविंद केजरीवाल ने पर्सनल बॉन्ड यानी मुचलका देने के लिए इनकार नहीं किया। वह जमानत यानी सिक्यॉरिटी बॉन्ड के लिए इनकार कर रहे थे या हैं। योगेन्द्र यादव को मुचलका देने पर रिहा कर दिया गया, उन से जमानत नहीं मांगी गई।

अरविन्द केजरिबाल मुचलके पर बाहर आ रहे है न की जमानत पर। *मिडिया जमानत को मुचलका बोल रहा था।
जीत आम आदमी पार्टी की हुई है।

*फोटो देखो