१- जहा पानी कम है जमीन के नीचे उसे बढ़ाया जा सकता है बारिश के पानी हेंड पंप के जैसे ४०-४० फीट गहरे और ४ इंच व्यास के ड्रेन बना कर उनमे जाली लगाकर छोड़ दिए जाए। ताकि पानी उसमे जमा हो सके
२- जहा पानी का लेवल ठीक हो वहाँ बोरिंग करके मोटर लगा कर नल फिटिंग कि जा सकती है पानी को चैक काने के बाद यदि उसे फ़िल्टर करना पड़े तो किया जाए।
३- पानी को नदी से लेन के लिए पाईप लाइन विछाई जाये जोकि (पॉवर,वॉटर फ्लो,डायमीटर ) पर आधारित हो पानी कि टंकी में पानी जमा किया जाये फिर उसे जरुरत पर फीड किया जाये
४ - जहा पाइपलाइन फूटी हो उसे सुधारा जाये
५-सभी कंपनी Rahul, Chambal, Anand Sahi, Capstan, NB, Actaris,Sanchuan, Elster Model-M-120, Elster Model-M-170, Kranti के मीटर टेस्ट बैंच पर चैक किये जाये।
६-नहर बनाई जाए सीमेंट कि जगह के लिए जो कि पूरी दिल्ली में(आउट फॉल ड्रेन नंबर) का इतेमाल टू इन वन के तरीके से जिसके जिससे पानी पानी कि टंकियो में चढ़ाया जा सकता है
७-पानी कि टंकियो में ऑटो सिस्टम लगाया जा सकता है जिसे वेबसाइट से मॉनिटर किया जा सकता है
८-पुनः सुध्धिकरण
सब का मालिक एक है, हर जीव की मौत निश्चित है, कोशिश है की हम एक आजाद देश में आजादी से रह कर अपना सुखी पूर्वक जीवन बिताये. अपने समाज की कुरीतियों को दूर करे, इंसानियत समझे.
२- जहा पानी का लेवल ठीक हो वहाँ बोरिंग करके मोटर लगा कर नल फिटिंग कि जा सकती है पानी को चैक काने के बाद यदि उसे फ़िल्टर करना पड़े तो किया जाए।
३- पानी को नदी से लेन के लिए पाईप लाइन विछाई जाये जोकि (पॉवर,वॉटर फ्लो,डायमीटर ) पर आधारित हो पानी कि टंकी में पानी जमा किया जाये फिर उसे जरुरत पर फीड किया जाये
४ - जहा पाइपलाइन फूटी हो उसे सुधारा जाये
५-सभी कंपनी Rahul, Chambal, Anand Sahi, Capstan, NB, Actaris,Sanchuan, Elster Model-M-120, Elster Model-M-170, Kranti के मीटर टेस्ट बैंच पर चैक किये जाये।
६-नहर बनाई जाए सीमेंट कि जगह के लिए जो कि पूरी दिल्ली में(आउट फॉल ड्रेन नंबर) का इतेमाल टू इन वन के तरीके से जिसके जिससे पानी पानी कि टंकियो में चढ़ाया जा सकता है
७-पानी कि टंकियो में ऑटो सिस्टम लगाया जा सकता है जिसे वेबसाइट से मॉनिटर किया जा सकता है
८-पुनः सुध्धिकरण
सब का मालिक एक है, हर जीव की मौत निश्चित है, कोशिश है की हम एक आजाद देश में आजादी से रह कर अपना सुखी पूर्वक जीवन बिताये. अपने समाज की कुरीतियों को दूर करे, इंसानियत समझे.