सोमवार, 2 जून 2014

भारत में अल्पसंख्यक /बहुसंख्यक आरक्षण/संबिधान?

#Shams Tabrez , #Wasim Akram Tyagi
जब इसतरह की बात हो रही है तो मै भी कुछ कहना चाहूँगा।
1- एक क़ानून एक भारत हम सब एक है इस आधारपर हिन्दुओ को एक शादी करने का अधिकार है जबतक की पहले की गई शादी में तलाक ना हो जाए वही दुसरी और अल्पसंख्यको को अधिकार है की वे एक से अधिक शादी कर सकते है किस लिए अल्पसंख्यक बहुसंख्यक बनना चाहते है तो फिर देश के विकास में अल्पसंख्यक किस तरह योगदान कर रहे जबकि देश के सामने जनसंख्या समस्या बन रही है।

2-अल्पसंख्यको को बस इसलिए अधिकार दिये की वे अल्पसंख्यक ना रह कर समान आबादी के अधिकार व् नियम लेकर नही रह सकते और जबकि देश की जामीन का बटवारा या टुकड़े इसी लिए किया गया हो की वे विशेष अल्पसंख्यक उनका हिस्सा लेकर वहाँ बस रहे है।जहाँ की बे बहुसंख्यक रहेंगे और वहाँ भी कुछ अल्पसंख्यक होंगे फिर जब एक  बहुसंख्यक देश में वे सभी  अधिकार नियम सामान रूप से अल्पसंख्यको पर भी लागू है ? फिर भारत में क्यों हो? इसकी बजह राजनीती ही है वरना पॉइंट नंबर 1 को फिरसे पढ़े।